योगी राज में भी पीड़ितों पर भारी दबंग ...!

👉चार सप्ताह बाद भी निहालपुर सानी के पीड़ितों की नहीं लिखी गई एफ़आईआर
 👉कड़क सीएम और सख़्त एसपी की मंशा पर पानी फेर रही घोष पुलिस !
   ✍️फ़तेहपुर। सूबे में योगी की पुलिस पीड़ितों की जायज़ फ़रियादो के निस्तारण बाबत गंभीर नहीं हैं। ख़ासकर ग्रामीण क्षेत्रों की पुलिस पर प्रायः ऐसे आरोप लगते रहे हैं। कई बार मामला तब ज़्यादा गंभीर हो जाता है जब जघन्य अपराधों के प्रति भी उसका नज़रिया अत्यंत उपेक्षाजनक होता है और उच्चाधिकारियो के दिशा निर्देशो को भी तवज्जो नहीं दिया जाता हैं। कुछ ऐसा ही एक ताज़ा मामला जनपद की सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र के निहालपुर सानी गाँव का प्रकाश में आया है, जहाँ थाना पुलिस आरोपी दबंगो की ख़ैर-ख़्वाह बनकर पीड़ित पक्ष की फ़रियाद सुनने तक को तैयार नहीं है।
     उपलब्ध घटनाक्रम के मुताबिक़ सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र के निहालपुर सानी गाँव में विगत 19 फ़रवरी को प्रातः 8:30 बजे के क़रीब गाँव के दबंग प्रताप, जितेन्द्र सिंह, धीरेन्द्र सिंह व ननबुद आदि ने पानी निकासी के पुराने विवाद को लेकर घर के बाहर खड़ी वृद्ध महिला विद्यावती उसकी बहू सुलेखा देवी, नाबालिग़ नातिन कविता की डंडो से पिटाई शुरू कर दी। चीख़-पुकार सुनकर जब  वृद्धा का पति व बेटा घर के बाहर निकलकर विरोध किया तो उन्हें भी बुरी तरह पीटा गया, जिससे लगभग सभी को गंभीर चोटें आई।
     घटना वाले दिन ही प्राथमिक उपचार के बाद वृद्धा के बेटे रोशन सिंह ने थाने जाकर तहरीर देकर नामज़द मुक़दमा दर्ज करने की फ़रियाद लगाई, जिस पर थाना पुलिस ने प्रभारी चिकित्साधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हथगाँव को मज़रूबी पत्र लिखकर चिकित्सीय परीक्षण के लिये भेजा। यहाँ पर ग़ौरतलब है कि चिकित्सीय रिपोर्ट में लगभग सभी के शरीर में गंभीर चोटें होने की पुष्टि के बावजूद लगभग 04 सप्ताह बाद भी सम्बंधित थाना पुलिस ने मुक़दमा दर्ज करना मुनाशिब नहीं समझा है। इतना ही नहीं अब तो पीड़ित पक्ष को पुलिस वाले थाना पहुँचने पर जद्द-बद्द भी कहते है और ऊल्टे पुलिस की ओर से आरोपियों को पूरा संरक्षण दिये जाने की बात कही जा रही हैं।
     उपरोक्त सन्दर्भ में सूत्रों का कहना है कि आरोपियों में दो थाना पुलिस के मुखबिर है और एक का थाने से हुक्का-पानी चलता है। नतीजन पीड़ित पक्ष को थाने से न्याय मिलने की सम्भावना न के बराबर है। ख़बर है कि आज सभी पीड़ितो ने पुलिस/प्रशासन के उच्चाधिकारियो से मिलकर न्याय की गुहार लगाई हैं। बताते चले की योगी की सख़्ती और एसपी प्रशान्त कुमार के कड़क मिज़ाज से जनपद की क़ानून व्यवस्था में अमूलचूल परिवर्तन तो दिख रहा है किन्तु कुछ एक ऐसी घटनाए सारे किये धरे पर पानी फेर रही हैं।


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